पुस्तक मेलों का आयोजन

पुस्तकें अनमोल हैं। पुस्तक हमारी सबसे अच्छी मित्र है। व्यक्ति आते, हैं चले जाते हैं, परन्तु श्रेष्ठ विचार, ज्ञान, उपदेश, संस्कृति, सभ्यता , मानवीय मूल्य पुस्तकों के रूप में जीवित रहकर एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी अंतरित होते रहते हैं।
आज अनेक लेखकों द्वारा श्रेष्ठ साहित्य की रचना की जा रही हैए जो आम जनमानस तक नहीं पहुच पता है। लेखक का लेखनधर्म तभी सार्थक है जब अधिकाधिक पाठक उनकी रचनाओं को पडे़, अतः पुस्तक मेलों के माध्यम से भाषा संस्थान लेखक और पाठक के बीच सेतु का कार्य करेगा।
पुस्तक मेले में निम्नलिखित आयोजन किये जाने प्रस्तावित है-
- उत्तराखण्ड एवं भारत वर्ष के प्रमुख पुस्तक विक्रेता एवं प्रकाशकों को स्टाल लगाने हेतु आमंत्रित किया जाना।
- पुस्तक मेले में साहित्यिक संगोष्ठियों का आयोजन।
- प्रख्यात नाटकों का मंचन।
- कवि सम्मेलन।
- साहित्यकारों की पुस्तकों की समीक्षा एवं विमोचन कार्यक्रम।
उक्त पुस्तक मेले नेशनल बुक ट्रस्ट (एन.बी.टी.) के साथ मिलकर किया जाना प्रस्तावित है।
लाभार्थी:
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लाभ:
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आवेदन कैसे करें
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