उत्तराखण्ड भाषा संस्थान पुस्तकालय में साहित्यकारों, लेखको, शोधार्थियों, विद्यार्थियों व विभिन्न रूचियों वाले पाठकों के लिए उपयोगी पुस्तकों का संग्रह व समाचार पत्र, पत्रिकाएं, बाल साहित्य आदि उपलब्ध है। वर्तमान में पुस्तकालय में लगभग 4000 (चार हजार) से अधिक पुस्तकों का संग्रह है। जिनमें ख्याति प्राप्त लेखकों, कवियों, साहित्यकारों आदि की महत्वपूर्ण कविता, उपन्यास, नाटक, कहानी, जीवनी, रचनावलियां, ग्रन्थावलियां, हिन्दी साहित्य का वृहत इतिहास, हिन्दी शब्दकोश, साथ ही हिन्दी साहित्य पर आलोचनात्मक, समीक्षात्मक आदि पुस्तकें उपलब्ध है।
पुस्तकालय में उपलब्ध सुविधाएं-
- संस्थान द्वारा प्रकाशित शोध पत्रिका ‘उद्गाता’ के पांच अंक विभिन्न विषयों पर उपलब्ध है।
- संस्थान द्वारा प्रकाशित साहित्यिक शोध पत्रिका ‘केदारमानस’ के छः अंक विभिन्न विषयों पर उपलब्ध है।
- हिन्दी, गढवाली एवं कुमाउंनी के प्रसिद्ध कवियों, लेखकों, रचनाकारों की ग्रन्थावली, रचनावली की महत्वपूर्ण संग्रह उपलब्ध है।
- प्रमुख समाचार पत्र एवं पत्रिकाए उपलब्ध है।
- हिन्दी के प्रथम डी0लिट्0 डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के समग्र साहित्य का संकलन कर‘डॉ0 पीताम्बर दत्त बडथ्वाल ग्रन्थावली’(06 खण्डो) में प्रकाशित कर संस्थान कार्यालय से क्रय की जा सकती है।
पुस्तकालय उपयोग हेतु नियम-
- पुस्तकालय में विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए वर्तमान में कोई सदस्यता शुल्क नहीं है।
- संस्थान पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तके – कविता, उपन्यास, नाटक, कहानी, जीवनी, रचनावलियां, ग्रन्थावलियां, हिन्दी साहित्य का वृहत इतिहास, हिन्दी शब्दकोश, साथ ही हिन्दी साहित्य पर आलोचनात्मक, समीक्षात्मक आदि निर्गत नहीं किए जाते है। केवल पुस्तकालय में ही अध्ययन के लिए उपलब्ध होंगी।