राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन (दिनांक 10-12 नवम्बर, 2024)
राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन (दिनांक 10-12 नवम्बर, 2024)
उत्तराखण्ड भाषा संस्थान एवं कुमांउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति, कसारदेवी, अल्मोड़ा के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय दिनांक 10, 11 एवं 12 नवम्बर, 2024 तक गोरलचौड़ प्रेक्षागृह, चम्पावत में ‘‘राष्ट्रीय कुमांउनी भाषा सम्मेलन’’ का आयोजन किया गया, जिसमें देश भर के कुमांउनी एवं लोक साहित्य के कुमाउनी वरिष्ठ साहित्यकार, कवि लेखक, गीतकार, भाषाविद, लेखक, कला व संस्कृति कर्मी, सामाजिककर्मी,, सांस्कृतिक दलों द्वारा प्रतिभाग किया गया, इस सम्मेलन में कुमांउनी भाषा का इतिहास, कुमांउनी भाषा/बोली का गद्य एवं पद्य साहित्य, नई शिक्षा नीति और लोकभाषा में शिक्षण, आधुनिक मीडिया और कुमांउनी भाषा, सांस्कृतिक सत्र जिसमें शगुन ऑखर, झोड़ा, छपेली, न्यौल, बैर, भगनौल, लोकविधाओं का प्रस्तुतिकरण, कुमांउनी लोेक वाद्य यंत्रों का प्रस्तुतिकरण, कुमांउनी कवि सम्मेलन, कुमांउनी गीत संगीत संध्या, पुस्तक प्रदर्शनी, हस्तशिल्प उत्पादो और स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करती हस्तशिल्प प्रदर्शनी, ऐपण प्रदर्शनी एवं विभिन्न लेखकों द्वारा रचित कहानी, कविता एवं अन्य साहित्यिक पुस्तकों का विमोचन किया गया।
सम्मेलन के कार्यक्रमों की शुरूआत प्रातः 11 बजे सांस्कृतिक शोभायात्रा के साथ हुई, जो स्थानीय रोडवेज स्टेशन से शुरू होकर चंपावत नगर भ्रमण करती हुई गोरलचौड़, चम्पावत प्रेक्षागृह में पहुंची। कुमाउनी संस्कृति को प्रदर्शित करती इस शोभायात्रा में पारंपरिक कुमाउनी वाद्य यंत्र और छोलियानर्तक दल आकर्षण का केन्द्र रहे। शोभायात्रा में सम्मेलन में आये भाषाविद, लेखक, संस्कृतिकर्मी और आमजन शामिल रहे। शोभायात्रा के पश्चात मुख्य अतिथि – जिला पंचायत अध्यक्ष-ज्योतिराय, विधायक प्रतिनिधि व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष – प्रकाश तिवारी, ‘उत्तराखंड भाषा संस्थान’ की उप निदेशक सुश्री जसविन्दर कौर, कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति’ सचिव डॉ. हयात सिंह रावत, सम्मेलन संयोजक डॉ. भुवनचंद्र जोशी, प्रबंधकार्यकारिणी सदस्य कौस्तुभआनंद चंदोला, जमन सिंह बिष्ट, डॉ. कमलेश शक्टा व अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर समारोह का प्रारम्भ किया गया ।